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बाबा ने कहा-मैं कराता हूं नोटों की बारिश, पूजा के लिए दो लोगों को नदी में उतारा, 5 लाख लेकर भागा
उज्जैन।नोटों की बारिश कराने का झांसा देकर एक बाबा ने महिला के साथ मिलकर आगर के प्रापर्टी डीलर और उसके दोस्त के साथ 5.50 लाख रुपयों की ठगी की। एक माह पुरानी वारदात में महाकाल पुलिस द्वारा आवेदन लेकर जांच की बात कहकर फरियादी को टाला जा रहा था। फरियादी ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की तो दूसरे दिन पुलिस ने अज्ञात बाबा और उसकी महिला साथी के खिलाफ धारा 420 का प्रकरण दर्ज कर लिया।
आशीष पिता जगदीश प्रसाद सूर्यवंशी निवासी विवेकानंद कॉलोनी आगर प्रापर्टी डीलर है। 28 फरवरी को आशीष सूर्यवंशी के मोबाइल पर किसी बाबा का फोन आया। बाबा ने कहा कि मैं रुपयों की बारिश करवाता हूं, देखना है तो गधापुलिया पर आकर मिलो। आशीष ने यह बात अपने साले रमेशचंद को बताई जिसके बाद वह 3 मार्च को वह साले के साथ दोस्त दिलीप सिसौदिया निवासी गदापुलिया के पास आया। यहां उन्हें बाबा एक युवती के साथ मिला। आशीष ने कहा रुपयों की बारिश का डेमो दिखाओ तो बाबा ने कहा कम से कम 5.50 लाख रुपयों की आवश्यकता होगी। आशीष ने इतने रुपये नहीं होने की बात बाबा से कही तो बाबा ने कहा कि दो-तीन लोग मिलकर रुपयों का इंतजाम कर लो फिर उन्हीं रुपयों को डबल कर नोटों की बारिश दिखाऊंगा। 5 मार्च को आशीष और दिलीप ने 5.50 लाख रुपये एकत्रित किये।
बाबा से संपर्क किया। बाबा युवती के साथ आशीष और उसके दोस्त से मिलने आया। सभी लोग कार से शिप्रा नदी छोटी पुलिया पर पहुंचे। यहां बाबा तंत्र क्रिया करने लगा और आशीष और उसके दोस्त दिलीप को दीपक छोडऩे के लिये नदी में उतार दिया। इस दौरान रुपयों से भरा बैग कार में रखा था जिसके पास युवती बैठी थी। जैसे ही आशीष और दिलीप नदी में दीपक छोडऩे उतरे तभी एक बाइक पर सवार होकर अज्ञात व्यक्ति आया। युवती ने रुपयों से भरा बैग उठाया और बाइक पर बैठी, पीछे से बाबा भी बाइक पर बैठा और तीनों लोग रुपये लेकर भाग गये।
पुलिस मानती रही मामला संदिग्ध
आशीष सूर्यवंशी ने बताया कि 5 मार्च को उसके साथ 5.50 लाख रुपये की ठगी हुई जिसकी शिकायत महाकाल थाने में की लेकिन पुलिस ने शिकायती आवेदन लेकर मामले की जांच का भरोसा दिलाया और एक माह तक एफआईआर दर्ज नहीं की। आशीष ने सीएम हेल्पलाइन में इसकी शिकायत की जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात बाबा और उसकी साथी युवती के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया।